तीन चित्र उकेरने जरूरी थे नाटक के आख़िर में। कहानियों को ज़िंदगी होती है जब तक वह पाठकों या दर्शकों के मानस-पटल में बसी हुई है। उसके बाद वह फिर से वापस लेखक के पास लौट जाती है। इसलिए अच्छी कहानियाँ ज़िंदगी बड़ी होती है उसे लेखक के बाद पाठक भी अपने तरीके से पालते […]
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