shivamprasad posted: " क्या आज भी सबकुछ यहीं हैया कुछ खो गया है?रास्ते मालूम हैफिर क्योंउस ओर कदमें नही भाग रहीक्या ये वही रास्ता हैया कुछ खो गया है?क्या डायरियों में दबे समयअब भी वहीं रुके हैं?क्या शबनम में छुपेवो उन्माद अब भीवहीं ठहरे हैं?या कुछ खो गया है?ख़बर नही! -शि"
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