पहले कविता पर गौर फरमाइए – चूल्हा मिट्टी का, मिट्टी तालाब की, तालाब ठाकुर का । भूख रोटी की, रोटी बाजरे की, बाजरा खेत का, खेत ठाकुर का । बैल ठाकुर का, हल ठाकुर का, हल की मूठ पर हथेली आपकी, फसल ठाकुर की । कुआं ठाकुर का, पानी ठाकुर का, खेल-खलिहान ठाकुर के, गली-मोहल्ले […]
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